Friday, February 4, 2011


****मै और मेरा इश्क़****

मै हूं इश्क़ की मारी,
लोग तमाम कहते है

मेरे दिल पर लिखा है,
तेरा नाम कहते है 

कैसे मानो बेवफ़ा है तू ,
पर लोग सरेआम कहते है 

मेरे जनाजे पर तू आ जाना,
हो गया मेरा इन्तज़ाम कहते है 

मैने इश्क़ करके करली 
ज़िन्दगी हराम कहते है 

पूजा तोमर 



7 comments:

  1. बेहतरीन रचना। ज्‍यादा नहीं सिर्फ इतना कहना है,
    ''तुम मुझे भूल जाओ ये हक है तुम्‍हे,
    मेरी बात और है मैंने मुहब्‍बत की है''

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  2. पूजा जी, आप यदि कृपा कर अपनी टिप्‍पणियों के लिए शब्‍द पुष्टिकरण हटा लें तो कमेंट भेजने में आसानी होगी।

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  3. waah pooja ji ek aur sunder najm .....badhai
    http://amrendra-shukla.blogspot.com

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  4. बहुत अच्छा अति सुन्दर बस इसी तरह लगे रहिये
    http://vangaydinesh.blogspot.com/

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  5. mere blog pe bhi ane ka kasat kare

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