****तमाशा****
क्या कहानी सुनाये हम तेरे इन्तज़ार की
हर शय प्यासी है तेरे एक दीदार की
जन्नत से कम नही गली मेरे यार की
मेरी ज़िन्दगी का तमाशा ही बन गया
हद ना रही कोई मेरे एतबार की
तडपे है माहिया हम बे आब की तरह
हालत ना पूछ मुझसे दिले बेकरार की
फ़ुर्सत मिले ज़माने से तो कर लेना गौर
दिल मे तेरे अवाज़ है बस मेरी पुकार की
कोई नही यहां "पूजा" कदरदान दिल का
कीमत लागाई जाती है दुनिया मे प्यार की
पूजा तोमर
बहुत खूब !
ReplyDeleteप्यार की सच्चाई को ब्यान करती गज़ल
बेहतरीन ग़ज़ल| .......दिल से मुबारकबाद|
ReplyDeletedeepak ji sukriya
ReplyDeletesanjay ji padne ke liye dhanyabad
ReplyDeleteUmda rachna k Liye Badhai Sweekar Karen ............
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