****मेरी मोहब्बत****
मगर किसी और को भी मुझसे अरमान बहुत है
कैसे छोड दो मै जीना
मेरे आस - पास आज भी
इन्सान बहुत है
वो ही ना समझा मोहब्बत को
वरना सच्ची मोहब्बत के कदरदान बहुत है
मेरी तो ज़िन्दगी वही था
कह कर जिसने ये ठुकरा दिया
मुझ पर तो और भी मेहरबान बहुत है
हम ही नही भूल पा रहे उसे
उसके लिये तो ये आसान बहुत है
पूजा तोमर
beautiful.....feelings often dominate....
ReplyDeletefabulous mam.excellent
ReplyDeleteaapka bahut bahut sukriya
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