****मेरा रिश्ता****
जिस घर मे हम रहते है,
वहा होता नही सवेरा,
और दिल मे है एक अनजाने डर का डेरा,
ये मेरा बहम भी हो सकता है,
या फिर दिलबर का आखिरी फैरा,
यु तो बहुत आते है ख्याल दिल में,
पर कोई ख्वाब नही करता बसेरा,
क्या कहूं किस से है मेरा रिश्ता,
ना मेरा कोई अपना ना पराया कोई मेरा,
पूजा तोमर
wah pooja u hav lovely thoughts
ReplyDeletesahi hai kaha dear.....
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