Sunday, November 28, 2010

***शौक**** 

तू अपना बना या कर दे बेगाना 
हम तूझपर इश्क़ करम करते रहंगे

अगर हो कातिल तूझसा हंसी तो 
हम अदा रकम करते रहंगे  

तू सुन ले की बोल दिया हमने 
मोहब्बत है और हरदम करते रहंगे

ये मोहब्बत और भी  बढती रहेगी
अपनी वफ़ा का हम सितम करते रहंगे

शौक है मिटने  का, आरजू है बरबाद होने की 
हम दिल लहु से लाल सनम करते रहंगे

पूजा तोमर

2 comments:

  1. वाह वाह
    शौक है मिटने का, आरजू है बरबाद होने की
    हम दिल लहु से लाल सनम करते रहंगे
    एक और बेहतरीन गज़ल

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  2. तू अपना बना या कर दे बेगाना
    हम तूझपर इश्क़ करम करते रहंगे

    अगर हो कातिल तूझसा हंसी तो
    हम अदा रकम करते रहंगे

    aise hi beraham hote hai katil .......
    jakhm bhi dete hai aur wajah bhi nahi puchte .sunder panktiyan

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