****जी लिए****
ऐसा लगा जैसे जन्मो-जन्म जी लिए.......
हवा के झोके ने गिरा दिया फूल को डाली से,
डाली रोकर ये बोली तुम मेरे साथ कुछ कम जिए,
फूल ने हसकर कहा हम तो जी भर के कसम जी लिए......
रोना आता ही नहीं था,
हमने कभी गम देखा ही नहीं था,
तुझसे बिछुड़ते सारे एकदम जी लिए.........
एक फरीश्ते ने हमसे पूछा,
तुने कभी प्यार किया है?
ये सुनते है तेरे साथ फिर से एक जन्म जी लिए.........
तेरे साथ जो वक़्त बिताया मैंने,
वो तेरे लिए कम था,
मगर बस इतनी सी मेरी ज़िंदगी थी,
करके ये भरम हम जी लिए..........
पल जो तेरी बाँहों मे हमने जी लिए,
ऐसा लगा जैसे जन्मो-जन्म जी लिए.......
पूजा तोमर
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