Monday, October 11, 2010

****भूले नही ****

यूं तो हमने वो शहर छोड दिया है 
पर आज भी उसका मका भूले नही 

कितने गुजरे हैँ इन राहोँ से अब तक
हम लेकिन उसके नक्शे-पा भूले नही 

जिसने खुद से ही अनजाना कर दिया   
उसकी वो कातिलाना अदा भूले नही 

अरे सुन ले ओ जाती हवा कह देना उसे 
तुझको हम आज भी ओ बेवफ़ा भूले नही 

उसको नही याद मेरा नाम तलक 
और एक हम है कि उसका पता भूले नही 

जिस वजह् से उसने रुसवा किया हमको 
आज भी करना हम वो खता भूले नही

पूजा तोमर 

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