Friday, July 16, 2010

जबाब दे दो

मेरे कुछ सवालों के तुम जबाब दे दो,
मैं ख़ुशी से जी सको, वो एक खाब्व दे दो ....

एक बात बता दो,
फिर चाहे जो सजा दो,
क्यूँ आये थे ज़िंदगी मै अगर जाना ही था,
क्यों दिया चैन हमे जब सताना ही था,
अब तुमने जाना ही है तो चले जायों,
पर मै हस के ज़िंदगी गुजार लो अपनी, मुझे प्यार इतना बेहिसाब दे दो.....

यूँ तो वक़्त के साथ बहुत कुछ बदल जाता है,
चाहो जिसे भुलाना वो बार बार याद आता है,
ना चाहते हुए भी यादो से रिश्ता बन ही जाता है,
कहते है शराब से हर गम भूल जाते है,
हम जिसे पीकर भूल जाये तुम्हे,
वो दवाये शराब दे दो.........

हमने तो चाहा तुमको खुद से जायदा,
जो निभा सके किया वोही वादा,
फिर भी समझ ना आया,
तेरा प्यार क्यों मिल ना पाया,
मैं बदलने के लिए तैयार है,
जिसमे लिखी हो तुम्हारी सारी पसंद,
वो किताब दे दो........

मेरे कुछ सवालों के तुम जबाब दे दो,
मैं ख़ुशी से जी सको, वो एक खाब्व दे दो ....

पूजा तोमर

1 comment:

  1. Shabd nahi ye kehne ko ki tarif mein kya likho. bt bahut hi bahut hi accha hai

    ReplyDelete