Wednesday, August 18, 2010

ये सूचना
जनहित
मे जारी

जो हर फ़िक्र को धुये मे उडाता है
वो हर पल मौत की तरफ़ कदम बडाता है

यही धुआ है सब दवाईयो पर भारी
ये सूचना
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मे जारी

जो मानस नित पिये शराब
करे संग अपने दुजो की ज़िन्दगी भी खराब

इसी शराब ने लाखो की दुनिया उजाडी
ये सूचना
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मे जारी

जो खाये पान मसाला और गुटखा
एक दिन खाये केन्सर का फटका

ये गुटखा लाये लाखो बिमारी
ये सूचना
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मे जारी

वैसे तो कोई मानने नही वाला
भेजे पर पर्दा पडा है काला

नशे की नही किसी से यारी
ये सूचना
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मे जारी

जो करे कोई भी नशा
समझो दलदल मे वो फसा

दूर ही रहने मे ही है समझदारी
ये सूचना
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मे जारी

जो दोस्त है नशे के संगी
उनको सिखा बाते चंगी

नशे से और भी है चीज़े प्यारी
ये सूचना
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मे जारी

बाप हो चाहे जितना बडा शराबी
बेटे को देना ना चाहे ये आदत नावाबी

ज़िन्दगी को अपनी ना बना दुख्यारी
ये सूचना
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सरकार ने कितने विज्ञापन निकाले
फिर भी ना सोचे नशा करने वाले

आदत नशे की छोड दो सारी
ये सूचना
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मे जारी

नशेडी, शराबी, चरसी नाम पडे है
जो लोग ऐसे काम करे है

क्या खुश होती होगी ये सुनकर
मा, बहन और बीवी तुम्हारी?
ये सूचना
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मे जारी


कभी ना बसने दे घर किसी का
दुश्मन है ये घर की खुशी का

खुश रहोगे मान लो बात हमारी
ये सूचना
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काया को जाये निगल ये
करवा दे अपनो के कत्ल ये

इसने अच्छो- अच्छो की मत है मारी
ये सूचना
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मे जारी

मेरे ये दो शब्द पडकर
गर संभल जाये कोई गिरकर

उसकी रहुंगी मै आभारी
ये सूचना
जनहित
मे जारी

पूजा तोमर

1 comment:

  1. Badhiya naseehat seedha shabdon main.....
    lay bhi hai aur tathya bhi....

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