Sunday, August 22, 2010

****रिशते****

हमे जीना सिखाते है ये रिशते
संभालो प्यार से इनको
ये हाथ से छूट जायेंगे

हमे हसना सिखाते है ये रिशते
ना संभलोगे गर तो गिरके जमी
पर शीशे की तरह टूट जायेंगे

यही रिशते है जिनसे दुनिया चलती है
इन्ही रिशतो से दुनिया बसती है
यही रिशते बुरे वक़्त मे साथ निभायेंगे

पूजा तोमर

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